Indicators on shiv chalisa in hindi lyrics You Should Know
शिवजी की पूजा मूर्ति तथा शिवलिंग दोनों रूपों में की जाती है शिव के गले में नाग देवता विराजमान करते हैं तथा उनके हाथों में डमरू और त्रिशूल होता है.पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी । बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥
शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव get more info अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥
शङ्करस्य सम्मुखे पाठस्य पाठं कुर्वन्तु।
शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुण्डल कुँचित केसा।।
अपना मुंह पूर्व दिशा में रखें और कुशा के आसन पर बैठ जाएं।
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।